लकवा (पैरालिसिस )
लकवा एक समान्य बीमारी है जो किसी भी वयक्ति को हो सकती है हम अपने आस पास आये दिनों लकवे के मरीज़ो के बारे में सुनते रहते है और हम कई ऐसे लोगो को भी जानते है जो इस बीमारी से गुजर रहे है या इस बीमारी का सामना कर चुके है परन्तु बहुत ही कम लोग होंगे जिन्हे इस बीमारी के कारणों और सही उपचार के बारे में जानकारी है इस बीमारी किसी भी वयक्ति के पुरे शरीर को प्रभावित कर सकती है और कुछ रोगियों में यह उनके शरीर के किसी विशेष अंग को प्रभावित कर सकती है
दिल्ली के मैक्स सुपर स्पेशैलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर मुकेश कुमार neurologist इस बीमारी के सन्दर्भ में कहते है की लोगो को इस बीमारी के उपलब्ध इलाज के बारे में जागरूकता नहीं है
लकवा किस प्रकार होता है
पैरालिसिस का मुख्य कारण ब्रेन स्ट्रोक है ब्रेन स्ट्रोक यानि मस्तिष्क के दौरे के दौरान हमारे दिमाग का रक्त परवाह कम हो जाता है जिस वजह से मस्तिष्क की कोशिकाओं में रक्त की कमी हो जाती है यदि मस्तिष्क में रक्त का परवाह कुछ सेकण्ड्स के लिए भी रुकता है तोह यह हमारे दिमाग में गंभीर चोट पहुंचा सकता है
ब्रेन स्ट्रोक जब ब्रेन हेमरेज स्ट्रोक होता है तब हमारे दिमाग में रक्त कोशिकाएं फट जाती है और जिस कारण हमारे दिमाग में अधिक मात्रा में खून एकत्र हो सकता है दिमाग के जिस हिस्से में ये खून एकत्र होता है उसमे गंभीर चोट पैदा कर सकता है लकवे का लगभग 85% मामलो में एक्यूट स्ट्रोक ही कारण होता है जिससे बचाव की जानकारी सबको होनी चाहिए
ब्रेन स्ट्रोक चाहे कोई सा भी हो एक्यूट और ब्रेन हेमरेज दोनों के परिणाम भयानक होते है और सबसे डरवाना परिणाम डेथ या फिर पैरालिसिस हो सकता है दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट best neurologist in Delhi के अनुसार यदि हम ब्रेन स्ट्रोक का समय पर इलाज प्राप्त कर ले तो पैरालिसिस जैसे रोग से बचाव किया जा सकता है
लक्षण (signs)
- शरीर के एक हिस्से या एक तरफ का सुन्न होना
- मासपेशियो में कमजोरी महसूस करना
- व्यव्हार में परिवर्तन
- मस्पेसियो में सुईया चुभने का अहसास होना
- बोलने एवं देखने में कठिनाई होना
- सर में अचानक बहुत तेज़ दर्द होना
- मुंह के एक तरफ सुन्नता महसूस करना
यदि आपको अचानक सिर में दर्द होता है तो यह अन्य दिमागी बिमारिओ का भी संकेत हो सकता है जिसको निश्चित करने के लिए आपको न्यूरोलॉजिस्ट से कंसल्ट करना चाइये (you should consult with best neurologist )
इन लक्षणों की शुरुआत के तुरंत बाद जितनी जल्दी संभव हो रोगी को अस्पताल में भर्ती कराये। जिन रोगियों को समय पर इलाज मिल जाता है वह जल्दी ठीक हो जाते है समय पर इलाज ना मिलने के कारण कुछ रोग्यिओं को लम्बे समय तक पैरालिसिस से झूझना पड़ सकता है यदि पैरालिसिस का कारण ब्रेन स्ट्रोक होता है तो कुछ रोगी कम से कम ६ महीने में ही ठीक हो जाते है परन्तु जो लोग जनम से ही पैरालिसिस के शिकार होते है उनके इलाज को लम्बा समय लगता है
लकवे के कारण (causes)
यह बीमारी कई कारणों से हो सकती है परन्तु ब्रेन स्ट्रोक इस बीमारी का प्रमुख कारण है कई अन्य लकवे के कारण हो सकते है जो की निम्नलिखित है
- उच्च रकतचाप के कारण ब्रेन हेमरेज होने का खतरा बढ़ सकता है
- अत्यधिक मात्रा में शराब एवं नशीले पदार्थो का सेवन करना
- मोटापा और आलस्य भी कई रोगो को अमान्तरण देता है
- मधुमेह और दिल की बीमारिया भी हमारे मस्तिष्क में रक्त के परवाह को प्रभावित करती है
- परिवार में किसी अन्य व्यक्ति को पैरालिसिस होना भी आपको इस बीमारी के खतरे में डाल सकता है
न्यूरोलॉजिकल बीमारिया जैसे की बेल्ल पाल्सी (bell palsy)आपको चेहरे का पैरालिसिस दे सकती है इस बीमारी का इलाज केवल दवाइयों से ही हो जाता है और मरीज़ का चेहरा कुछ ही समय में समान्य हो जाता है
पैरालिसिस का इलाज (paralysis treatment in Delhi)
कुछ रोगिओं में केवल दवाइओ से ही इलाज संभव हो जाता है और कुछ अन्य रोग्यिओं में थेरपीएस का सहारा भी लेना पड़ता है
- फिजिकल थेरपीएस (physical therapies)
- ऑक्यूपेशनल थेरपीएस (occupational therapies)
ये थेरपीएस रोगी की बोलने की क्षमता को सही करती है और मासपेशियो की अकड़न को भी कम करने का कार्य करती है कुछ गंभीर स्थिति में रोगियों को सर्जरी की भी आवश्यकता हो सकती है लकवे का इलाज बीमारी की गंभीरता पर ही निर्भर करता है और बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट ही आपको सही उपाय बता सकते है
लकवे से बचाव
पैरालिसिस का इलाज विभिन्न वय्कतिओ के लिए विभिन्न रूप का हो सकता है यदि ब्रेन स्ट्रोक लक्षण दिखने के 4 घंटो के भीतर मरीज़ को इलाज मिले तो वह पैरालिसिस से बच सकता है लकवे से बचाव के लिए डॉ मुकेश कुमार सवास्थय जीवनशैली को अपनाने को कहते है
For paralysis treatment you should consult with best neurologist in Delhi Dr. Mukesh Kumar